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Global warming kya in Hindi

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Global warming kya in Hindi:-ग्लोबल वार्मिंग एक पुरे विश्व की उन जगहों पर महसूस किया जाता हैं ,जहा यह समस्या उत्पन्न होती है ।ग्लोबल वार्मिंग से मौसम में भी काफी बदलाव देखने को  मिलता है जिससे अचानक मौसम परिवर्तन  और तूफान ,बाढ़ समुद्र के जलस्तर पर हलचल  व् ज्वार भाटा का आना ही इसके वजह से होता है।बिन मौसम बारिश व् लू लगना चक्कर आना, बेचैनी, व् मानव जीवन की समस्याएं उत्पन्न करता है।  इसका मुख्य कारण बढ़ती आबादी में  वनों की कटाई ,व् बढ़ते कारखाने जिससे जहरीली गैसों का वायुमंडल में छोड़ना ,जंगलो में आग लगना जिससे गैस का वायुमंडल में पहुचना जो इसका मुख्य कारण है। बढ़ते आबादी के साथ हम अपनी सुख सुविधाओं के साथ  वाहनों का  बढ़ना जिससे कार्बनडाई आक्साइड गैस के बढ़ने  होता है । इसका मुख्य कारण सूर्य प्रकाश का वायुमंडल में प्रवेश करते ही जब वह धरती पर पड़ता है तब ,इससे यह प्रकाश परावर्तित होकर कई बार पुनः स्थापित हो जाती है और वायुमंडल में उपस्थित गैसों द्वारा  पुनः प्रवर्तित क्या जाता है,जिससे  वायुमंडल  और ज्यादा गर्म हो जाता है ।जिससे हमें गर्...

DNA and RNA kya hai in Hindi

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DNA and RNA kya hai in Hindi:DNA और RNA ये दोनों प्रत्येक जीव का  उसके आतंरिक लक्छण ,रूप  रंग कार्यप्रणाली का प्रमुख हिस्सा होता है।सन 1953 मे वाटसन और क्रिक (watson and crick)  ने dna की अणुओ की संरचना को बताया जिसके लिए दोनों को सम्मलित रूप से सन 1962 में नोबेल पुरूस्कार से सम्मानित किया। इनके अनुसार DNA के अणु दो पाली de-oxyribonucleic  शृख़लाओ से का बना होता है। ये शृख़लाएं (सूत्र) के रूप में एक घुमावदार सीढ़ी के सामान केंद्रीय   में एक दूसरे के चारो तरफ कुंडलित रहती है। सीढ़ी के दोनों स्तम्भ  नुक्लियोटाइड्स के शर्करा तथा फास्फेट समूहों (फास्फोरिक अम्ल)  के बने होते है। दोनों स्तम्भ को जोड़ने वाले डंडे पैरिमिडिन तथा प्यूरिन alkine समूहों से बने होते है।ये दोनों हाइड्रोजन बन्ध से जुड़े रहते है ।इन बांधो के कारण दोहरे कुण्डलं स्थिरता आती है। प्यूरिन तथा पैरिमिडिन प्रयेक जोड़े में से एडनिन ,थाइमिन से ग्वानिन,,सैंटोसिन से जुड़ता है। DNA मे उपस्थित नाइट्रोजनी  एल्किल समूह सदैव संख्या में बराबर होते है।।इस प्रकार DNA के अणु में नुक्लियोटाइड्स की संख्य...

Obesity kya hai and bachane ke upay

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Obesity kya hai and bachane ke upay,:ओबेसिटी या मोटापा आज पूरे विश्व की समस्या है।यह लगातार कई बीमारियों को न्योता देता है। और इसी के कारण  हमारे जीवन की समस्या बन जाता है।।ओबेसिटी मतलब एक तरह का शरीर का वजन में अधिक वृद्धि होंना ।सामान्य वजन से ज्यादा शरीर का मोटापन  एक साथ कई बीमारियों को  न्योता देता है।जो कई प्रकार की बिमारी उत्पन्न करता है। जैसे ,रक्त मे कमी,लिवर कमजोर,शुगर,डायबिटीज, पथरी, लकवा,हृदयघात,नापुंषकता,ब्लड प्रेशर,।हाइपर-टेंशन, कैंसर, किड्नी फेल, इस प्रकार की सभी बिमारियों को यह इसके प्रभाव से होता है। इसी प्रकार शरीर के सबसे ज्यादा वजन में बढ़ना ही ओबेसिटी या मोटापा कहते है। यह कई प्रकार के होते है।जैसे सेब के आकार व् नाशपत्ति के आकार का ज्यादा होता है।और अमरुद के आकार का भी होता है। सेब के शरीर सेब जैसे नाशपत्ति इन फलों के आकार का होता है,जो देखने में  मनुष्य का शरीर कुरूप दिखाई देता है। ओबेसिटी वाला मनुष्य प्रतिदिन अपने शरीर से एक्स्ट्रा वजन  अपने साथ लिए चलता है । जो शरीर को और कमजोर कर देता है । इसके बचने के  लिये हमें हमेशा संतुलित आहार...

Malaria kya hai in hindi

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Malaria kya hai in Hindi:-मलेरिया बुखार एक पैरासाइट के माध्यम से होने वाला ज्वर है। जो मनुष्य के शरीर में खून की कमी कर देता है और मनुष्य का शरीर कमजोर हो जाता है।मलेरिया एक विशेष प्रकार के मच्छर के काटने से होता है,जिसे एनाफिलीज  मच्छर कहते है ।यह  रक्त को चूसकर मानव शरीर के रुधिर में अपना थूक  जब भी काटता है छोड़ देता है,जिससे इसके पेट में उपस्थित  पैरासाइट मानव रक्त में समां जाता है। plasmodium पैरासाइट  यह   मच्छर में किसी अन्य माध्यम से  पेट में समाकर कर   उसमे विभाजित होकर संख्या बड़ा लेते है। यह पैरासाइट प्राथमिक इंसेक्टर होता है , वही  मच्छर इसका  द्वितीय इंसेक्टर होता है ।जिसके काटने से यह ज्वर उत्पन्न होता है ।यह पैरासाइट कई प्रकार का होता है।जैसे1,,.प्लासमोडियम वैवेक्स, प्लासमोडियम वोवेल,  प्लासमोडियम मलेरी,  आदि। यह  मानव रक्त में मिलकर   कई गुना   वृद्धि करके   अपन सँख्या बढ़ाकर पुरे शरीर में मिलकर रुधिर  के प्लेटलेट्स को समाप्त कर देता है व् रुधिर की कमी होती है। इसस...

Diabetes kya hai Hindi me jaane

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Diabetes kya hai Hindi me jaane:-डायबिटीस  आजकल के बढ़ते दौर में एक बहुत बड़ी गंभीर बीमारी बन चुकी है। जो बदलते हालात के साथ उत्पन्न हो जाता है। यह पूरे विश्व भर की लोगो की परेशानी बन चुकी है। इसमें लोग कई सारी परेशानिया से  जूझता है।वह न तो अपनी मनचाही वस्तुओं को खा या पी नहीं सकता है,क्योंकि इसमें मनचाहे चीजो या खाने-पीने की वस्तु रोक न लगे तो हालात बहुत बुरा हो जाता है।डायबिटीस एक मानव शरीर से उत्पन्न होने वाला एक गम्भीर  बीमारी है,जो शरीर की मेटाबॉलिक क्रियाओं का सुचारू रूप से न चल पाना यही कारण है,कि हम ज्यादातर  जंक फूड,और कोई भी बाहर के खाने से जो अपने आप को रोक नहीं पाते ऐसे में हमारा इम्यून सिस्टम बदलता है। और हमारा शरीर में रोग उत्पन्न होते है। यही कारण है।मैं ये नहीं कहता की  जंक फूड और बाहर के वस्तुओं को नहीं खाना चाहिए ,बल्कि खा सकते है,लेकिन ज्यादा,और रोज नहीं। हमें हमेशा हरे पत्तेदार सब्जियॉ,और कई प्रकार की सब्जियॉ खानी चाहिये ।डायबिटीस या शुगर और मधुमेह इसका कारण हमारे शरीर में जो अग्नाशय (pancreas)  में इंसुलिन हॉर्मोन जो ,हमारे शरीर में शर्...

Movie download Karne ki website in hindi

Movie download Karne ki website in Hindi:-वैसे तो दोस्तों  जो भी नयी मूवी आती है।उसे देखने के लिए हम टीवी के माध्यम से कई  महीने बाद देखनो को मिलता है।लेकिन आजकल सभी के पास मोबाइल है या स्मार्ट फोन है।यूट्यूब में नए फिल्मो का ट्रेलर चाहे कोई भी फिल्म हो,या टीवी में भी देखते है।लेकिन उसको टीवी में देखने में  कई महीने लगते है।चाहे जो भी नयी मूवी हो bollywood, hollywood, south indian, telagu, marathi malyalam, kannad, panjabi, या adult series, और web series इन सारे मूवी को हम हिंदी में या अपने मन चाहि भाषा में download करके देख सकते है,वो भी कम mb में और hd qaulity में इन वेबसाइट मे mp4 hd,-480,और 720ph hd डाउनलोड कर सकते है और मूवी का आंनद  ले सकते है।तो चलिए आपको बताते है।1.wardfree4u.com2.downloadhub.in3.movies300mbinfo.in4.www.khatrimazafull.net 5.mkvseries.com6.movies.dijitalmaza.org7.www.ssmuvies.mobi.8.300 mbmuvies.mobi.9.movies4android.in10.9xmovies.com. 11.bollyshare.12.filmywap.13filmyzilla.com14.katmovies.15.sdpointmovies.com.16 sdmovies.17 freefilmywap. 18 ...

Heisenberg's uncertainty principle in Hindi

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Heisenberg's uncertainty principle in Hindi:-इस सिद्धान्त के अनुसार किसी गतिशील कण जैसे इलेक्ट्रान के वेग व् स्थिति का निर्धारण ठीक से ज्ञात नहीं किया जा सकता है।इलेक्ट्रान की तरंग -प्रकृति (wave nature) के कारण उसकी स्थिति का ठीक -ठीक निर्धारण नहीं किया जा सकता है।सन 1927 में जर्मन भौतिकशास्त्री वर्नर हाइजेनबर्ग (warner heisenberg)ने  अनिश्चता का सिद्धान्त का प्रतिपादन किया। उनके अनुसार  किसी गतिशील कण के संवेग एवं स्थान का एक ही समय पर  परिशुद्धतापूर्वक निर्धारण संभव नहीं।∆x×∆p>_h_4π[∆x]×[∆p]>_h_4πया(∆x).(m∆v)=h_4π, यहाँ ∆x= इलेक्ट्रान के स्थान में अनिश्चता ,∆p= सवेंग में है।तथा h=प्लान्क स्थिरांक   । इस सिद्धान्त के अनुसार फोटान कण जो इलेक्ट्रान  को  देखने में संभव कार्य है ,वह  उसकी स्थिति को बदल देता ह, साथ-साथ उसके संवेग में परिवर्तन करता है जब वह इलेक्ट्रान से टकराता है तब। चुकि इसके बिना इलेक्ट्रान को देखना असम्भव है। जो इसमें उच्च ऊर्जा  होता है। दैनिक जीवन में इसका कोई अर्थ नहीं क्योंकि यह गतिशील कणो के लिए संभव है। बड़े वस्तु...