Genrel atom structure in hindi
Genrel Atom structure in Hindi:-भारतीय दर्शन की वैश्लेखिक शाखा के जनक महर्षि( कणाद) ने 1400 ई.पू. परमाणु सिद्धान्त की आधारशिला रखी।उनके अनुसार सभी पदार्थ अतिसुछ्म एवं अविभाज्य कणों से बनते है ।इन कणों को आगे चलकर परमाणु नाम दिया गया ।परमाणु को 'Atom'कहा गया जो एक ग्रीक शब्द है जिसका अर्थ 'अविभाजित होता है। उसके बाद कई शताब्दियों के गुजर के बाद सन 1803 मे johan dolton ने अपने परमाणु सिद्धान्त में परमाणु को पदार्थ का सबसे छोटे अविभाजित कण बताया जिसे प्रयेक तत्व का मुलभुत कण बताया और यह भी बताया कि इनका आगे विभाजन संभव नहीं है। परमाणु में धनात्मक आवेश युक्त एक स्थूल कोर होता है जिसे नाभिक(nucleus) कहते है।नाभिक के चारो ओर ऋणात्मक आवेश युक्त कण होते है जिसे (elctron )इलेक्ट्रान कहते है। यह इलेक्ट्रान नाभिक के चारो ओर अपनी कक्ष से घूंमते हुए चक्कर लगाता है। नाभिक में लगभग एक दर्जन से भी अधिक उप -परमाणु कण या मौलिक कण होते है।जैसे प्रोटोन,न्यूट्रॉन,पाजीट्रान,मेसान,न्युट्रीनो,आदि होते है।इन्हें neucleon कहा जाता है।नाभिक में परमाणु का संपूर्ण द...